अल्लाह की इबादत के साथ अल्लाह का तसव्वुर भी पैदा करें: मुफ्ती मोहम्मद किताबुददीन रिजवी


ख़ानक़ाह ए अरिफिया, इलाहाबाद में हर महीने अरबी की 21 तारीख को मौलाए कायनात हज़रत अली रज़ियल्लाह अन्हु की निस्बत एक महफ़िल का आयोजन होता है। इस महीने 19 फरवरी 2017 की इस रूहानी और इरफ़ानी महफ़िल का आयोजन हुआ जिसमें नक़ीबूससूफ़िया मुफ्ती मोहम्मद किताबुददीन रिजवी (उप प्रिंसिपल जामिया अरिफिया) कुरान की पहली सूरह अलफातिहा की एक आयत के बारे में चर्चा किया। आपने फ़रमाया कि अल्लाह ने हम बन्दों को यह शिक्षा दी कि हम पहले अल्लाह की ज़ात और सिफ़ात को समझें और उसकी मारिफ़त हासिल करें और उसके साथ ही सिर्फ उसी की इबादत करें और उसी से मदद चाहते हैं, तब जाकर सही बंदगी का हक ऐडा होगा।
मुफ्ती साहब से पहले मौलाना मुजीबुर्रहमान अलीमी और मौलाना मोहम्मद ज़की ने भी दर्शकों को संबोधित किया।

इसी मौके पर अहले सुन्नत इस्लामिक फाउंडेशन (ASIF) मुंब्रा, मुंबई  ने सालेकीन और तालिबीन के लिए दस्तूरुल अमल किताब "मजमाऊससुलुक" प्रकाशन पर ख़ानक़ाह ए अरिफिया के अकादमिक टीम को अवॉर्ड और पुरस्कार भी दिया

0 تبصرے

اپنی رائے پیش کریں

google.com, pub-3332885674563366, DIRECT, f08c47fec0942fa0